गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का धरना प्रदर्शनः पुलिस से हुई झूमाझटकी
प्रतापपुर ,सरगुजा (दैनिक छत्तीसगढ़ वाणी),गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज यहां पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन एवं चक्का जाम करने की मंशा से रैली निकाली थी किंतु पुलिस अधिकारियों के दलबल के द्वारा इसे बलपूर्वक रोक लिया गया। जिसमें 11.50 करोड़ की लागत से बन रही प्रतापपुर थाना से चंदौरा सड़क मार्ग में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने सड़क निर्माण में घटिया गुणवत्ता का आरोप लगाते हुए पीडब्ल्यूडी ठेकेदार और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े रहे कि सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार के कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आज दोपहर में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चंदौरा हाईवे रोड के किनारे एक आम सभा आयोजित की। इस सभा के बाद रैली निकालकर प्रदर्शनकारी सड़क निर्माण में गड़बड़ी और घटिया सामग्री के उपयोग का विरोध करते हुए पीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसके साथ ही स्थानीय विधायक पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया गया और सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए। आज के प्रदर्शन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय सचिव राजकुमार पोया, जिला महासचिव चंद्रदीप कोचों, संभागीय प्रवक्ता दीपक मरकाम, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष देवसाय पोया, किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष कवलसाय सख्ता, ब्लॉक अध्यक्ष छोटलाल, धर्मजीत पोया ब्लॉक सचिव, कमान सिंह मराबी, देवदास, ममता, कुंती मराबी, चंद्रमिला आयाम, रामसिंह, मेघनाथ आयाम, रामभवन जगते सहित सैकड़ों ग्रामीण भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारी इस मुद्दे को लेकर काफी आक्रोशित थे और उन्होंने सरकार तथा प्रशासन से न्याय की मांग की है।गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता चक्का जाम करने के लिए करीब 300 की संख्या में बनारस हाईवे पर निकल पड़े। जैसे ही वे सड़क पर पहुंचे, पुलिस और प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए कड़ी मेहनत की। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बातों को नजरअंदाज करते हुए अपनी मांगों को लेकर सड़क जाम करने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी गिरते- पड़ते नजर आए। पुलिस प्रशासन और तहसीलदार ने प्रदर्शनकारियों से बार-बार समझाया, लेकिन जब उनकी बात नहीं मानी गई तो स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। इस दौरान पीडब्ल्यूडी के एसडीओ, इंजीनियर और अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वे अपना प्रदर्शन समाप्त करें। प्रदर्शनकारी सड़क की गुणवत्ता की जांच और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।